नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे यात्रियों को 47% सब्सिडी दे रहा है। प्रति किलोमीटर यात्रा की लागत 1.38 रुपये है, जबकि यात्रियों से केवल 73 पैसे वसूले जा रहे हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में यात्रियों को लगभग 60,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई।
उन्होंने कहा कि भारत में रेल किराया पड़ोसी देशों और पश्चिमी देशों की तुलना में काफी कम है। रेलवे के इलेक्ट्रिफिकेशन से ऊर्जा लागत स्थिर बनी हुई है, और 2025 तक 'स्कोप 1 नेट जीरो' और 2030 तक 'स्कोप 2 नेट जीरो' हासिल करने का लक्ष्य है।
भारतीय रेलवे द्वारा मधेपुरा कारखाने में निर्मित इंजनों का जल्द ही निर्यात शुरू होगा। वर्तमान में यात्री कोच और इंजन मोजाम्बिक, बांग्लादेश, श्रीलंका, सेनेगल, म्यांमार और अन्य देशों को निर्यात किए जा रहे हैं। इसके अलावा, बोगी अंडरफ्रेम और प्रोपल्शन पार्ट्स यूरोप और पश्चिम एशिया के कई देशों को भेजे जा रहे हैं।
वैष्णव ने बताया कि इस वर्ष भारत ने 1,400 लोकोमोटिव का उत्पादन किया है, जो अमेरिका और यूरोप के संयुक्त उत्पादन से अधिक है। 1.6 अरब टन माल परिवहन के लक्ष्य के साथ भारतीय रेलवे दुनिया के शीर्ष तीन माल परिवहन नेटवर्क में शामिल होने की ओर बढ़ रहा है।