बिलासपुर: होली के दिन हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर पर हुई फायरिंग के मामले की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश तेज कर दी है और कई अहम सुराग मिले हैं।
एसआईटी का नेतृत्व डीआईजी (सेंट्रल रेंज) सौम्या सांबशिवन करेंगी, जबकि निगरानी की जिम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) ज्ञानेश्वर सिंह को सौंपी गई है। टीम में बिलासपुर एसपी संदीप, घुमारवीं डीएसपी चंद्र पॉल और थाना सदर, बिलासपुर के एसएचओ हरनाम सिंह को भी शामिल किया गया है।
जांच दल को निर्देश दिया गया है कि मामले की निष्पक्ष और पेशेवर जांच की जाए। यह टीम थाना सदर बिलासपुर में दर्ज एफआईआर के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 109, 3(5) बीएनएस और 25 आर्म्स एक्ट 1959 के अंतर्गत जांच करेगी।
15 मार्च को चार अज्ञात हमलावरों ने बंबर ठाकुर के आवास पर हमला कर उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इस घटना में बंबर ठाकुर और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन पीएसओ की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से हमलावरों की स्पष्ट तस्वीरें मिली हैं। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि हमलावरों का संबंध हरियाणा से है। पुलिस ने फरार होने में इस्तेमाल वाहन को जब्त कर लिया है और उसके चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से 22 से 24 गोलियों के खोल बरामद किए हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि यह सुनियोजित हमला था।
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आईजीएमसी पहुंचे और बंबर ठाकुर से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार कर इस हमले की साजिश का पर्दाफाश किया जाए।
हमले में उपयोग किए गए हथियार पुलिस ने मंडी जिले के चक्कर क्षेत्र से बरामद किए हैं। इसके अलावा मंडी और कुल्लू जिलों में सर्च ऑपरेशन जारी है, जिसमें आसपास के जिलों की पुलिस भी सहयोग कर रही है।
यह पहली बार नहीं है जब बंबर ठाकुर पर हमला हुआ हो। करीब एक वर्ष पहले भी उन पर जानलेवा हमला हो चुका है। उन्होंने कई बार अपनी जान को खतरा बताया था और आरोप लगाया था कि कुछ लोग उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं।
बिलासपुर पुलिस और एसआईटी की संयुक्त टीम मामले की गहन जांच कर रही है। जांच अधिकारियों का मानना है कि जल्द ही हमलावरों की गिरफ्तारी संभव है।