लुधियाना: लुधियाना के फोकल प्वाइंट में शनिवार को हुई फैक्ट्री ढहने की दर्दनाक घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर दो हो गई है, जबकि मलबे में अभी भी एक कर्मचारी के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। हादसे के बाद से लगातार बचाव कार्य जारी है। इस हादसे में मरने वालों की पहचान जतिंदर कुमार और गुरनरिंदर उर्फ बंटी के रूप में हुई है। वहीं, लल्लन यादव नामक कर्मचारी के मलबे में फंसे होने की संभावना है, जिसे खोजने के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगातार मलबा हटाने में जुटी हुई हैं।
शनिवार शाम को हुई इस घटना में 10 से अधिक कर्मचारी मलबे में दब गए थे, जिनमें से अधिकांश को सुरक्षित निकाल लिया गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, दो कर्मचारियों की मौत हो गई। हादसे के बाद उपायुक्त जितेंद्र जोरवाल ने बताया कि बचाव कार्य में पुलिस, दमकल विभाग, नगर निगम, फैक्ट्री विभाग के अधिकारी और एनडीआरएफ की तीन टीमें काम कर रही हैं।
डीसी ने बताया कि फैक्ट्री मालिक के अनुसार, घटना के समय फैक्ट्री में 29 कर्मचारी काम कर रहे थे। घटना के सही कारणों का पता लगाने के लिए उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं, पंजाब सरकार के राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
इस मामले में कमिश्नरेट पुलिस ने बीएनएस की धारा 105 के तहत फैक्ट्री के केयरटेकर नीरज कपूर, सुपरवाइजर तीरथ लाल, क्रेन ऑपरेटर अवतार सिंह काका और ठेकेदार परगट सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने तीरथ लाल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
हादसे में मारे गए जतिंदर कुमार के परिवार में उनके पिता, पत्नी और तीन साल का बेटा है। जतिंदर के करीबी दोस्त सूरज कुमार ने बताया कि जतिंदर बिहार के रहने वाले थे और उन्होंने 16 मार्च को अपने पैतृक स्थान जाने के लिए ट्रेन की टिकट बुक कराई थी, लेकिन इससे पहले ही यह दर्दनाक हादसा हो गया। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही मलबे में फंसे लल्लन यादव को भी सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है और लोगों ने सरकार से इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।