गुरुग्राम: डीएलएफ फेज-तीन में ऑटो खड़ा करने को लेकर हुए विवाद के बाद दो इंजीनियरों ने एक ऑटो चालक को धक्का दे दिया, जिससे उसका सिर सड़क पर लगने से गंभीर चोट आ गई। इलाज के दौरान ऑटो चालक ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है।
मृतक की पहचान बिहार के गया जिले के ढोली गांव निवासी 21 वर्षीय सोनू के रूप में हुई है, जो गुरुग्राम के नाथूपुर गांव में किराए पर रहकर ऑटो चलाकर अपना गुजारा करता था। सात मार्च को डीएलएफ फेज-तीन में ऑटो खड़ा करने को लेकर सोनू की दो युवकों से कहासुनी हो गई। बहस के दौरान दोनों युवकों ने सोनू को धक्का दे दिया, जिससे वह सड़क पर गिर गया और उसके सिर पर गहरी चोट लगी।
गंभीर अवस्था में सोनू को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर किया गया। नौ मार्च को इलाज के दौरान सोनू ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने सोनू के ताऊ के बेटे की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस जांच में आरोपियों की पहचान रोहतक निवासी जयदीप और गोरखपुर निवासी मणिशंकर शुक्ला के रूप में हुई है। दोनों इंजीनियर हैं और पहले एक ही कंपनी में काम करते थे। जयदीप ने 2022 में नौकरी छोड़कर गुरुग्राम में किचन का काम शुरू किया, जबकि मणिशंकर हाल ही में नौकरी छोड़कर काम की तलाश में गुरुग्राम आया था।
दोनों आरोपियों ने बताया कि सात मार्च को जब वे तारा अपार्टमेंट जा रहे थे, तब सोनू ने रास्ते में ऑटो खड़ा किया हुआ था और शराब के नशे में था। जब ऑटो हटाने के लिए कहा गया तो कहासुनी के दौरान हाथापाई हो गई और सोनू को धक्का लग गया, जिससे वह गिरकर घायल हो गया। पुलिस ने दोनों इंजीनियरों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।