नई दिल्ली: समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस तरकश ने सोमाली तट के पास संकटग्रस्त ईरानी नाव और उसके चालक दल की सहायता की। इस जहाज को पीने के पानी की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा था और खराब मौसम के कारण चालक दल के एक सदस्य को गंभीर चोटें आई थीं।
घटना के समय भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस तरकश क्षेत्र में तैनात था और उसे संकट में फंसी ईरानी नाव से मदद का संकेत मिला। तुरंत कार्रवाई करते हुए आईएनएस तरकश के चालक दल ने नाव के खराब रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) प्लांट को बहाल कर दिया, जिससे जहाज पर सवार लोगों को सुरक्षित पीने का पानी मिल सका। इसके अलावा, नौसेना की मेडिकल टीम ने घायल नाविक को तुरंत प्राथमिक उपचार प्रदान किया, जिससे उसकी हालत स्थिर हो गई।
यह मिशन भारतीय नौसेना के हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने और मानवीय सहायता प्रदान करने के चल रहे अभियान का हिस्सा है। यह दर्शाता है कि भारत न केवल समुद्री सुरक्षा को प्राथमिकता देता है, बल्कि मानवीय सहायता के लिए भी तत्पर रहता है।
भारत और ईरान के बीच लंबे समय से चले आ रहे कूटनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों के तहत भी यह मदद बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दोनों देशों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक संबंध हमेशा से गहरे रहे हैं। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ईरान यात्रा और 2018 में ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी की भारत यात्रा के बाद दोनों देशों के संबंधों में और मजबूती आई है।
इस सहायता अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत और ईरान के बीच साझेदारी केवल कूटनीतिक संबंधों तक सीमित नहीं है, बल्कि समुद्र में भी भारत अपनी मित्रता और सहयोग के लिए तत्पर है। भारतीय नौसेना की यह कार्रवाई क्षेत्रीय स्थिरता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और समुद्री सुरक्षा के प्रति उसकी सक्रिय भूमिका को मजबूत करती है।