उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने यात्रा मार्गों पर सड़क, पेयजल, विद्युत, स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ यातायात प्रबंधन और पार्किंग व्यवस्था को सुचारू बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को और अधिक सरल एवं मजबूत बनाने के निर्देश दिए। साथ ही ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान की शुरुआत करने और सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आर्थिकी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, इसे सुगम और सुरक्षित बनाना हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए विजिलेंस टीम को सतर्क रहने और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा यात्रा मार्गों पर शौचालय, पिंक टॉयलेट और स्वच्छता अभियान चलाने के आदेश दिए। उन्होंने अधिकारियों से यात्रा मार्गों पर संचार व्यवस्था को मजबूत करने, ड्रोन से निगरानी करने और मौसम की रियल टाइम अपडेट सेवा को प्रभावी बनाने के निर्देश भी दिए।
चारधाम यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि किसी कारणवश श्रद्धालुओं को रोकना पड़े, तो उनके लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। यात्रा मार्गों पर मेडिकल सुविधाओं और हेल्थ स्क्रीनिंग टेस्ट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने वर्ष 2026 में प्रस्तावित नंदा राजजात यात्रा और 2027 के कुंभ मेले के लिए भी अभी से तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने सेवा क्षेत्र से जुड़े गांव, तहसील या थाने को गोद लेकर उनके विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, दर्जाधारी मंत्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और चारधाम यात्रा मार्ग से जुड़े जिलों के जिलाधिकारी भी उपस्थित रहे।