मोहाली: मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा बहुप्रतीक्षित सिटी सर्विलांस एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का शुभारंभ किए 10 दिन से अधिक हो चुके हैं, लेकिन अब भी कई चौराहों पर ट्रैफिक लाइट, लाइन मार्किंग और जेब्रा क्रॉसिंग जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं।
अब तक करीब 15,000 ई-चालान जारी किए जा चुके हैं, लेकिन कई प्रमुख चौराहों पर उचित स्टॉप लाइन नहीं बनी हैं, जिनमें लैंडरन टी-पॉइंट, फेज-7 लाइट पॉइंट, सेक्टर 90-फेज-8 टी-पॉइंट और आईआईएसईआर चौक शामिल हैं। इस बीच, ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMADA), पंजाब पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन और नगर निगम द्वारा बुनियादी ढांचे को तैयार करने में देरी से सड़क उपयोगकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता 21.6 करोड़ रुपये की इस परियोजना को जल्दबाजी में लागू करने पर सवाल उठा रहे हैं।
स्थानीय निवासी चेतन सहगल ने कहा, "अधिकारियों को चालान जारी करने से पहले बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करना चाहिए।" कई नागरिकों ने शिकायत की कि सेक्टर 62-63 लाइट पॉइंट अक्सर खराब रहता है, जिससे ट्रैफिक में अव्यवस्था फैल जाती है।
इसके अलावा, निर्माण कार्य के कारण कई सड़कों पर मलबा जमा है और धूल प्रदूषण बढ़ रहा है। एयरपोर्ट रोड पर यात्रियों ने नए लेकिन गलत दिशा में लगे साइनबोर्ड की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
गौरतलब है कि यह परियोजना फरवरी 2024 से निर्माणाधीन थी और इसके लॉन्च से पहले यह सितंबर, नवंबर और जनवरी 2025 की तय समय-सीमाओं को पार कर चुकी थी। अंततः इसे 6 मार्च 2025 को लागू किया गया, लेकिन अधूरी तैयारियों के कारण शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।