ब्रिटेन: ब्रिटेन के पूर्वी इंग्लैंड के तट पर सोमवार को एक तेल टैंकर और कार्गो शिप के बीच भीषण टक्कर हो गई, जिससे दोनों जहाजों में आग लग गई। इस हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें अब तक 32 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों जहाजों के बीच टक्कर कैसे हुई।
ग्रिम्सबी ईस्ट पोर्ट के मुख्य कार्यकारी मार्टिन बॉयर्स ने बताया कि विंडकैट-33 वेसल के जरिए 13 घायलों को सुरक्षित तट पर लाया गया, जबकि अन्य 19 लोगों को हार्बर पायलट बोट के माध्यम से बचाया गया। हादसे के बाद मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
हादसे का शिकार हुए तेल टैंकर की पहचान एमवी स्टेना इम्माक्युलेट के रूप में हुई है, जो अमेरिकी फ्लैग के तहत संचालित हो रहा था। इस टैंकर में केमिकल और ऑयल प्रोडक्ट्स लोड थे। वहीं, कार्गो शिप पर पुर्तगाली फ्लैग लगे हुए थे। स्टेना बल्क के सीईओ एरिक हैनेल ने कहा कि टक्कर के कारणों को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जहाज के 20 से अधिक क्रू मेंबर्स सुरक्षित हैं।
ब्रिटेन की मैरीटाइम और कोस्टगार्ड एजेंसी ने बताया कि टक्कर के बाद तुरंत बचाव कार्य के लिए कई लाइफबोट्स और एक कोस्ट गार्ड रेस्क्यू हेलीकॉप्टर को मौके पर भेजा गया। इसके अलावा, फायर ब्रिगेड और पास के अन्य जहाजों को भी राहत कार्य में लगाया गया। रॉयल नेशनल लाइफबोट इंस्टीट्यूशन ने बताया कि टक्कर के बाद दोनों जहाजों से काला धुआं उठता दिखाई दिया, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमवी स्टेना इम्माक्युलेट ग्रीस के एगियो थियोडोरोई से रवाना होकर यूके के किलिंगहोल्म की ओर जा रहा था, जबकि कार्गो शिप सोलोंग स्कॉटलैंड के ग्रेंगमाउथ से नीदरलैंड के रॉटरडैम की ओर बढ़ रहा था। टक्कर के बाद कुछ क्रू मेंबर्स जहाज को छोड़कर समुद्र में कूद गए, जिन्हें रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित बचा लिया। जानकारी के मुताबिक, एमवी स्टेना इम्माक्युलेट उन 10 तेल टैंकरों में से एक है, जिन्हें अमेरिकी सरकार के एक विशेष कार्यक्रम के तहत लिस्टेड किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय आपातकाल या सैन्य संघर्ष के दौरान ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। फिलहाल, हादसे के कारणों की जांच जारी है और बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है।