चंडीगढ़: डिजिटलाइजेशन की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने आज विधानसभा की बहसों और कार्यवाहियों तक आसानी से पहुंच बनाने के लिए सर्चेबल इंजन (Searchable Engine) लॉन्च किया। इस मौके पर उनके साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अमन अरोड़ा, बिजली मंत्री हरभजन सिंह, संसदीय मामलों के मंत्री डॉ. रवजोत सिंह और विधायक गुरिंदर सिंह गैरी बड़िंग मौजूद रहे।
स्पीकर संधवां ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सर्चेबल इंजन वर्ष 1947 से लेकर अब तक की विधानसभा बहसों और कार्यवाहियों को खोजने में मदद करेगा। यह प्रोजेक्ट पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, आई.आई.आई.टी. हैदराबाद और सी-डैक नोएडा के सहयोग से तैयार किया गया है। इसके जरिए अब कोई भी विषय या तथ्य बड़ी आसानी से खोजे जा सकेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि पंजाब विधानसभा देश की पहली विधानसभा बन गई है, जिसने अपने सदन की पूरी कार्यप्रणाली को डिजिटल रूप देने के लिए एक संपूर्ण समाधान (Complete Solution) तैयार किया है। इसके तहत विधायकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी ताकि वे इस प्रणाली का पूरा लाभ उठा सकें।
स्पीकर ने बताया कि यह सिस्टम पूरी तरह से डिजिटल होगा और अब विधानसभा की लाइब्रेरी को भी ऑटोमेशन सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा, पंजाब विधानसभा सत्रों का सीधा प्रसारण यूट्यूब और पंजाब सरकार के सोशल मीडिया चैनलों पर भी किया जा रहा है। यह पहल पारदर्शिता और जन सहभागिता को बढ़ाने के लिए की गई है।
स्पीकर ने यह भी बताया कि पंजाब विधानसभा के अंदर कामकाज को कागज़-रहित (Paperless) बनाने के लिए भी बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है। अब विधानसभा के अंदर सभी कार्यवाहियां डिजिटल प्रणाली के माध्यम से संचालित की जाएंगी।
इस अवसर पर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी विकास प्रताप, संसदीय मामलों के सचिव दिलराज सिंह, प्रशासनिक सुधार निदेशक गिरीश दयालन, मुख्य अभियंता विजय कुमार चोपड़ा, एन.आई.सी. के अधिकारी विवेक वर्मा सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस दौरान स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने एन.आई.सी. (पंजाब यूनिट) द्वारा तैयार किए गए एमएलए ई-कनेक्ट, ई-गैलरी पास, पेपरलेस इंटरनल वर्किंग ऑफ हाउस कमेटीज, और कंस्टीट्यूएंसी ई-मैनेजमेंट सिस्टम का भी उद्घाटन किया।
स्पीकर संधवां ने अंत में कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार के गठन के बाद पंजाब विधानसभा को हाई-टेक और आधुनिक बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सर्चेबल इंजन न केवल विधायकों के लिए उपयोगी होगा, बल्कि शोधकर्ताओं, पत्रकारों और आम जनता के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होगा।
उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी पंजाब विधानसभा को पूर्ण रूप से डिजिटल बनाने के लिए और भी बड़े कदम उठाए जाएंगे, ताकि कार्यवाही में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा दिया जा सके।