चंडीगढ़: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 से 12 मार्च 2025 तक हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के दौरे पर रहेंगी, जहां वह कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होकर उन्हें संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति का यह दौरा शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हो रहा है।
10 मार्च: हरियाणा के हिसार का दौरा
राष्ट्रपति मुर्मू अपने दौरे की शुरुआत 10 मार्च को हरियाणा के हिसार से करेंगी। वह यहां गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी और विद्यार्थियों को संबोधित करेंगी। इसके बाद, राष्ट्रपति हिसार में ब्रह्माकुमारीज़ के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर ‘समग्र कल्याण के लिए आध्यात्मिक शिक्षा’ नामक एक राज्य स्तरीय अभियान का शुभारंभ करेंगी। इस अभियान का उद्देश्य समाज में नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाना है।
11 मार्च: पंजाब के बठिंडा और मोहाली का दौरा
अपने दौरे के दूसरे दिन यानी 11 मार्च को राष्ट्रपति मुर्मू पंजाब के बठिंडा पहुंचेंगी। वह यहां पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), बठिंडा के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। अपने संबोधन में राष्ट्रपति छात्रों को उच्च शिक्षा, चिकित्सा क्षेत्र और सामाजिक सेवाओं में योगदान देने के लिए प्रेरित करेंगी। उसी दिन शाम को, राष्ट्रपति मोहाली में पंजाब सरकार द्वारा आयोजित एक नागरिक स्वागत समारोह में शामिल होंगी। यह कार्यक्रम राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें पंजाब सरकार के मंत्री, अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।
12 मार्च: चंडीगढ़ में दीक्षांत समारोह
12 मार्च को राष्ट्रपति मुर्मू चंडीगढ़ पहुंचेंगी, जहां वह पंजाब विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी। इस अवसर पर वह छात्रों को डिग्रियां प्रदान करेंगी और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए प्रेरित करेंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा छात्रों और शिक्षाविदों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक साबित होने की उम्मीद है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दिया सशक्तिकरण का संदेश
इससे पहले, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके महत्व पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि महिलाओं को बिना किसी पूर्वाग्रह या बाधा के कार्यबल में भाग लेने का पूरा अधिकार होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को परिवार और काम के बीच संतुलन बनाने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि यह समाज की साझा जिम्मेदारी होनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने दिल्ली में आयोजित 'नारी शक्ति से विकसित भारत' सम्मेलन का उद्घाटन किया था, जिसमें महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर मौजूद रहे। इस अवसर पर 'संविधान सभा की महिला सदस्यों का जीवन और योगदान' नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया था।
महिला नेतृत्व और समावेशी विकास पर जोर
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में महिला नेतृत्व और समावेशी विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत तभी एक विकसित राष्ट्र बन सकता है जब महिलाएं निर्भीक होकर अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे आएं। इसके लिए समाज को महिलाओं के प्रति अपनी मानसिकता बदलनी होगी और उन्हें समान अवसर प्रदान करने होंगे।
राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी प्रेरणादायक साबित होगा। इस दौरे से हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के लोगों को राष्ट्रपति से सीधे संवाद करने और उनकी प्रेरणादायक बातों को सुनने का अवसर मिलेगा। प्रशासन ने राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।