आयुष मंत्री ने पुरस्कृत किए ख्वाजा पीर वार्षिक दंगल के विजेता
आलमपुर: आयुष, युवा सेवाएँ एवं खेल मंत्री, यादविंद्र गोमा ने वीरवार को आलमपुर में ख्वाजा पीर मंदिर वार्षिक दंगल में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
आयुष मंत्री ने दंगल आयोजन समिति को बेहतर आयोजन की बधाई देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के रूप में जाना जाता है तथा मेले एवं उत्सव हिमाचल प्रदेश की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। साथ ही उन्होंने कहा कि लोक परम्पराओं को आगे बढ़ाने के साथ- साथ यहां आयोजित होने वाले मेले- उत्सव और त्यौहार स्थानीय देवी -देवताओं के प्रति लोगों की कृतज्ञता, धार्मिक आस्था और सामाजिक सौहार्द को इंगित करते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा खवाजा पीर मंदिर एक ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है और यहां के दंगल का अपना एक विशेष महत्त्व है।
उन्होंन यह भी कहा कि प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और संवर्धन के प्रति प्रदेश सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सामाजिक और सामूहिक कार्यों को करना और विशेष प्राथमिकता है।
आलमपुर क्षेत्र में चल रहे विकासात्मक कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आलमपुर में आयुर्वेद हॉस्पिटल के निर्माण के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि आलमपुर क्षेत्र कांगड़ा की सीमा है, यहां पर जिला कांगड़ा का प्रवेश द्वार निर्माण के लिए पर्यटन विभाग से शुरुआती तौर पर 25 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृति की गई।उन्होंने मेला कमेटी को मेले के सफल आयोजन के लिए 31हजार रूपये देने की घोषणा की ।
इस दौरान आयुष मंत्री ने दंगल प्रतियोगिता के प्रथम माली विजेता को 31 हजार और माली के उप विजेता को 21 हजार की धनराशि से पुरस्कृत भी किया।
इस अवसर पर जसवंत डढवाल, बीडीओ लम्बागांव सिकंदर कुमार, प्रवीण राणा, दंगल समिति प्रधान कपिल सिपहिया, सचिव सुरेंद्र राणा, उपाध्यक्ष बिहारी लाल, कोषाध्यक्ष तिलकराज सहित समिति के सदस्य, स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।