चंडीगढ़ पुलिस में रिश्वतखोरी का भंडाफोड़, एएसआई शेर सिंह रंगे हाथों गिरफ्तार



चंडीगढ़: डीजीपी सुरिंदर सिंह यादव पुलिस विभाग से भ्रष्टाचार खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ अधिकारी अब भी रिश्वतखोरी से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामले में सीबीआई ने सेक्टर-43 बस स्टैंड चौकी पर तैनात एएसआई शेर सिंह को 4500 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। उनके साथ कजहेड़ी निवासी बिचौलिए रिंकू को भी हिरासत में लिया गया।  

मामला चेक पर जाली हस्ताक्षर से जुड़ा था, जिसकी जांच एएसआई शेर सिंह को सौंपी गई थी। जांच के दौरान शिकायतकर्ता दविंदर संधू की भूमिका संदिग्ध पाई गई। आरोप है कि मामले को निपटाने के लिए एएसआई ने रिश्वत मांगी थी। संधू ने इस बारे में रिंकू से संपर्क किया, जिसने रिश्वत देने की प्रक्रिया में मध्यस्थ की भूमिका निभाई।  

मंगलवार को रिश्वत की रकम लेने के लिए रिंकू को सेक्टर-43 बस स्टैंड बुलाया गया। लेकिन इससे पहले ही संधू ने सीबीआई को सूचना दे दी। तय योजना के तहत जब रिंकू ने 4500 रुपये एएसआई शेर सिंह को दिए, उसी वक्त सीबीआई ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया।  

सीबीआई ट्रैप की पहले से थी चर्चा 

दिलचस्प बात यह रही कि मंगलवार सुबह से ही चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच सीबीआई के ट्रैप की चर्चा थी। कई लोगों को लगा कि कार्रवाई विफल हो चुकी है, लेकिन शाम करीब 5 बजे सीबीआई ने सफलतापूर्वक जाल बिछाकर आरोपी पुलिस अधिकारी और बिचौलिए को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।

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