सीकर: राजस्थान के सीकर जिले के रींगस में फागुन महीने के दौरान श्याम बाबा का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। रींगस स्थित श्याम बाबा के प्राचीन मंदिर में हर साल हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। हाल ही में, हरियाणा के हांसी से आए एक भक्त ने अपने परिवार के साथ श्याम बाबा को सवा किलो सोने का मुकुट अर्पित किया। भक्त का कहना है कि उनका परिवार लंबे समय से इस मंदिर से जुड़ा हुआ है और हर साल विशेष रूप से यहां पूजा-अर्चना के लिए आता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1.25 किलो 24 कैरेट सोने की कीमत करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपये मानी जाती है। इस भव्य चढ़ावे के बाद मंदिर में भक्तों का उत्साह और बढ़ गया है। रींगस का यह मंदिर श्याम बाबा के प्रति अटूट श्रद्धा रखने वालों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
कौन हैं बाबा श्याम?
बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है, जिन्हें "हारे का सहारा" कहा जाता है। महाभारत युद्ध के दौरान, भीम के पौत्र बर्बरीक युद्ध में कौरवों की ओर से शामिल होने जा रहे थे। उनके पास तीन ऐसे बाण थे, जो पूरे युद्ध का परिणाम बदल सकते थे। यह देख भगवान कृष्ण ब्राह्मण का रूप धारण करके उनके पास पहुंचे और उनसे दान में उनका सिर मांग लिया। बर्बरीक ने बिना हिचकिचाहट अपना सिर भगवान कृष्ण को अर्पित कर दिया।
इससे प्रसन्न होकर कृष्ण ने बर्बरीक को वरदान दिया कि कलियुग में वे श्याम नाम से पूजे जाएंगे और हारे हुए भक्तों का सहारा बनेंगे। तभी से बाबा श्याम की पूजा विशेष रूप से राजस्थान, हरियाणा और देशभर में भक्तों द्वारा की जाती है।