ऊना: कृषि प्रधान जिला ऊना करोड़ों-अरबों के खेती कारोबार में भले ही अव्वल है, लेकिन यहां सुविधाओं का अभाव है। कृषि विभाग खुद विस्थापित जीवन जी रहा है, क्योंकि कृषि भवन जर्जर हालत में होने के कारण अधिकारी किराए के भवनों में कार्यालय चला रहे हैं। विभाग ने मई-जून 2023 में भवन खाली कर निदेशालय को इसे डिस्मेंटल करने की अनुमति के लिए फाइल भेजी थी, लेकिन अब तक कोई निर्देश नहीं मिले।
1990 से पहले बना कृषि भवन अब पूरी तरह जर्जर हो चुका है। इसे खाली करने के बाद कृषि उपनिदेशक कार्यालय को सब्जी मंडी, उपमंडलीय भू-संरक्षण कार्यालय को बचत भवन, आत्मा प्रोजेक्ट के कार्यालय को पुराने डीसी ऑफिस और मृदा प्रशिक्षण लैब को पेखूबेला स्थित बीज गुणन एवं प्रदर्शनी फार्म में शिफ्ट किया गया है। किराए के भवनों में कार्यालय चलाने के कारण विभाग अब तक करीब 6 लाख रुपये खर्च कर चुका है। इनमें सब्जी मंडी में 15,000, बचत भवन में 22,000 और पुराने डीसी ऑफिस में आत्मा प्रोजेक्ट के कार्यालय के लिए 21,000 रुपये प्रति माह किराया दिया जा रहा है। बावजूद इसके, भवन को लेकर कोई ठोस निर्णय न होने से कृषि विभाग असमंजस में है।