चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने नशा तस्करी को जड़ से खत्म करने के लिए नई रणनीति तैयार की है। अब राज्य के हर जिले की मैपिंग की जाएगी, जिससे यह पता लगाया जाएगा कि किस इलाके में कौन सा नशा अधिक फैल रहा है और उसके खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की जा सकती है।
डीजीपी गौरव यादव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि नशा मुक्त पंजाब अभियान के तहत हर विभाग को शामिल करके काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का मुख्य लक्ष्य नशा सप्लाई करने वालों पर रहेगा, जबकि नशा पीड़ितों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
इस योजना के तहत एसएसपी और एसएचओ को विशेष लक्ष्य दिए जाएंगे और उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन इन्हीं लक्ष्यों के आधार पर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार, पुलिस थानों में पारदर्शिता और स्वच्छता लाने के लिए एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। अब थानों के मुंशी (रिकॉर्ड कीपर) की नियुक्ति केवल दो साल के लिए होगी, जिसके बाद उनका स्थानांतरण नीति के अनुसार किया जाएगा। पंजाब सरकार के ये नए कदम नशा तस्करी पर रोक लगाने के लिए एक ठोस प्रयास माने जा रहे हैं।