रांची: रांची में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू की मुठभेड़ में मौत के बाद झारखंड पुलिस ने उसके गैंग के खिलाफ व्यापक कार्रवाई शुरू कर दी है। डीजीपी के निर्देश पर गैंग के 30 गुर्गों के खिलाफ बीएनएस की धारा 111 के तहत एफआईआर दर्ज कर कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
रांची पुलिस ने बुधवार को गैंग के तीन शूटरों अजय सिंह, समीर बागची उर्फ कल्लू बंगाली और वसीम अंसारी को गिरफ्तार किया। ये अपराधी अमन साहू के इशारे पर रांची और हजारीबाग के कोयला खनन क्षेत्रों में आतंक और फायरिंग की घटनाओं में शामिल थे।
पुलिस ने इन अपराधियों के पास से पिस्टल, देसी कट्टा और कई मैगजीन बरामद की हैं। पुलिस अधिकारी के अनुसार, अजय सिंह के खिलाफ 14 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह रांची के सिकिदिरी इलाके का निवासी है। समीर बागची उर्फ कल्लू बंगाली के खिलाफ छह से ज्यादा केस दर्ज हैं और वह रांची के रातू इलाके का रहने वाला है। वसीम अंसारी के खिलाफ चार मामले दर्ज हैं और वह मांडर का निवासी है।
7 मार्च को रांची के बरियातू इलाके में कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े फायरिंग की गई थी, जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे। इस हमले के तुरंत बाद अमन साहू गैंग के मयंक सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जिम्मेदारी ली थी।
इस बीच, अमन साहू गैंग के सदस्य मयंक सिंह ने बुधवार को सोशल मीडिया पर दावा किया कि अमन साहू को "फर्जी एनकाउंटर" में मारा गया है और अब गिरोह का संचालन वह और अमन सिंह करेंगे। रांची पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर रही है और गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।