विद्यार्थी ज्ञान के प्रकाश से समाज और देश को करें रोशन : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु


हिसार: गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में आयोजित 6वें दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपने ज्ञान के प्रकाश से समाज और देश को रोशन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी केवल रोजगार पाने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले।  

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय में पीएचडी डिग्री और अन्य मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में आधे से अधिक बेटियों की संख्या इस बात का प्रमाण है कि भारत के विकास में महिलाएं अहम भूमिका निभा रही हैं। गोल्ड मेडल पाने वाले छात्रों में 75 प्रतिशत से अधिक छात्राओं का होना गर्व और संतोष की बात है। उन्होंने कहा कि बेटियां शिक्षा, कृषि और संबद्ध विज्ञान सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं, जो देश के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।  

राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर जी एक महान संत और दार्शनिक थे, जो वैज्ञानिक सोच, बेहतरीन जीवनशैली और पर्यावरण संरक्षण के समर्थक थे। उन्होंने मानवता के कल्याण और प्रकृति के संरक्षण के लिए काम करने का संदेश दिया था। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहना चाहिए। समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि विद्यार्थियों को गांव-गांव जाकर शिक्षा के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करना चाहिए और उन्हें बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।  

राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को समय की मांग के अनुरूप लागू किया गया है, जिससे विद्यार्थियों में मौलिक सोच, रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। इससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे केवल नौकरी पाने के लिए नहीं बल्कि दूसरों को रोजगार देने वाले बनें, जिससे देश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी।  


इससे पहले, महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रपति का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। विश्वविद्यालय पहुंचने पर राष्ट्रपति ने सबसे पहले पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। मंच पर पहुंचने के लिए उन्हें शैक्षणिक शोभायात्रा के माध्यम से लाया गया और मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। समारोह के दौरान राज्यपाल ने पर्यावरण और सामाजिक एकता में अहम योगदान देने पर इंद्रेश कुमार को मानद उपाधि से सम्मानित किया।  

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी मेडल और पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि छात्रों को हमेशा नवीनतम तकनीकों और रुझानों से अवगत रहना चाहिए और तेजी से बदलते परिवेश के अनुसार खुद को प्रासंगिक बनाए रखना चाहिए। उन्होंने शिक्षा को केवल ज्ञान प्राप्त करने का माध्यम न मानते हुए इसे नैतिकता, करुणा और सहिष्णुता जैसे जीवन-मूल्यों को विकसित करने का साधन बताया।  

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और शोध कार्यों के बारे में जानकारी दी। समारोह के अंत में राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

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