कुल्लू में ढोल-नगाड़ों की थाप पर मनी रंगों की होली

 



कुल्लू: भगवान रघुनाथ की नगरी कुल्लू में बुराई पर अच्छाई और भाईचारे का प्रतीक होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। ऐतिहासिक ढालपुर रथ मैदान में हजारों युवाओं ने डीजे की धुन पर झूमकर होली का आनंद लिया। जिले के सरवरी, लोअर ढालपुर, अखाड़ा, भुंतर, पतलीकूहल, मनाली, मणिकर्ण और बंजार में लोगों ने टोलियों में रंग खेला और गुलाल उड़ाकर खुशियां बांटी।  

स्थानीय निवासी पूनम शर्मा ने बताया कि कुल्लू में होली उमंग और पारंपरिक जोश के साथ मनाई जाती है। महिलाओं की टोलियों ने मोहल्लों में जाकर होली के पारंपरिक गीत गाए और एक-दूसरे को रंग लगाकर बधाइयां दीं। लोगों ने होली पर स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद भी लिया।  

डीसी कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने कहा कि कुल्लू में होली का त्यौहार मथुरा, वृंदावन और ब्रज की तर्ज पर मनाया जाता है। होला मोहल्ला के अवसर पर बाहरी राज्यों से बड़ी संख्या में लोग मणिकर्ण घाटी पहुंचते हैं। कुल्लू की होली अपनी अनूठी परंपराओं और ढोल-नगाड़ों की थाप के कारण खास मानी जाती है।

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