सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षा मंत्री ने जारी किए नए आदेश, डी.ई.ओ. को रोजाना फील्ड में रहने के निर्देश

 


चंडीगढ़: पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में और सुधार लाने और विश्व स्तरीय शिक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण आदेश जारी किए हैं। उन्होंने आज सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डी.ई.ओ.-प्राइमरी और सेकेंडरी) को प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 11 बजे तक फील्ड में रहकर स्कूलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों का मौके पर जाकर निरीक्षण करने से शिक्षा व्यवस्था और बुनियादी ढांचे का आकलन करने में मदद मिलेगी।  

इसके अलावा, उन्होंने डी.ई.ओ. को ठोस परिणामों के साथ डेटा आधारित जिला-विशेष कार्य योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री ने कहा कि हर महीने अधिकारियों के कार्यों और परिणामों की समीक्षा की जाएगी और जहां प्रदर्शन कमजोर रहेगा, वहां त्वरित कार्रवाई की जाएगी।  

शिक्षा मंत्री ने आज मैगसीपा भवन में जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान यह आदेश जारी किए। उन्होंने अधिकारियों को सरकार द्वारा शुरू किए गए स्कूल ऑफ एमिनेंस, दाखिला अभियान और छात्रों के लिए कोचिंग कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।  

शिक्षा मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर दाखिला अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए प्रत्येक स्कूल में लड़कियों और लड़कों के लिए अलग शौचालय, पेयजल की सुविधा, दोहरी डेस्क और चारदीवारी जैसी सुविधाओं को सुनिश्चित किया जाए।  

इसके साथ ही, शिक्षा मंत्री ने डी.ई.ओ. को यह भी निर्देश दिए कि जेईई, नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को मजबूत कोचिंग दी जाए ताकि सरकारी स्कूलों के परिणामों को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि कक्षा तीसरी से आठवीं तक के छात्रों के लिए मिशन समर्थ के तहत बुनियादी साक्षरता और गणितीय ज्ञान को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाए।  

हरजोत सिंह बैंस ने स्पष्ट किया कि पंजाब सरकार शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए हर संभव प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की नियमित समीक्षा की जाएगी और खराब प्रदर्शन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। बैठक के दौरान स्कूल शिक्षा सचिव अनिंदिता मित्रा, निदेशक जनरल स्कूल शिक्षा विनय बुब्बलानी, विशेष सचिव राजेश धीमान सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।  

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